पीलिया क्या है?
Ayurvedic treatment for jaundice in hindi
Ayurvedic treatment for jaundice in hindi
पीलिया के मुख्य लक्षण
ØØ पेशाब का पीला होना|
Ø भूख न लगना|
Ø आँखों का रंग पिला होना|
Ø उलटी का आना |
Ø कमजोरी महसूस करना|
Ø त्वचा का रंग का पीला होना |
Ø नाखुन का रंग पीला होना|
आज कल पीलिया एक आम
बीमारी हो चुकी है लगभग हर व्यक्ति इस बीमारी(Jaundice) से ग्रषित है| ये बीमारी आम तौर से लीवर की खराबी से होती
है एवं ज्यादा तर बाहर के खाने पीने तथा तली हुई चीजे खाने से होती है|
मौसमो के बदलते ही पीलिया (Jaundice) का खतरा बढ़ने लगता है । पीलिया का उपचार आयुर्वेद में
अचूक है। आयुर्वेद के डॉक्ट के अनुसार यदि आप मकोय की पत्तियों को
गरम पानी में अच्छी तरह उबालकर उसे उपयोग करें तो इस रोग से तुरंत रहत मिल सकती है।
मकोय इस बीमारी के लिए बहुत मुफीद दवा
है और इसका परयोग किसी भी तरह से किया जाए तो आपके शारीर (लीवर) लिए फायदेमंद
ही होगा।
डॉक्टर कहते हैं कि जब भी आपको यह लगे कि आपका शरीर पीला
हो रहा है तो आपको पीलिया हो सकता है, इस बीमारी में पानी की मात्रा बढ़ा देना चाहिए क्योंकि पानी की मात्रा कम होने से ही शरीर से उत्सर्जित होने वाले तत्व ब्लड में घुल जाते
हैं। इससे रोगी की हालत दिन व दिन बिगड़ने लगती है। चिकित्सक बताते हैं कि अगर कच्चा
पपीता(Papaya) सलाद के तरह इस्तेमाल करे तो भी इस बीमारी का (पीलिया) का
असर कम हो सकता है।
पीलिया होने के मुख्य कारन
Ø गन्दा पानी का परयोग करने से |
Ø ज्यादा अल्कोहल इस्तेमाल करने से|
Ø मसाले वाली चीज़े या तीखी चीजों की अधिक सेवन से |
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