27 नवंबर 2015

Paralysis symptoms in hindi


लकवा (Paralysis) का आयुर्वेदिक उपचार
Paralysis symptoms
Paralysis symptoms



Paralysis symptoms in hindi
लकवा (Paralysis) को आयुर्वेद में पक्षाघात बीमारी भी कहते हैं। इस बीमारी में मरीज  के एक तरफ के सभी अंग काम करना बिलकुल बंद कर देते हैं जैसे बांए पैर या बाएं हाथ का कार्य न कर पाना। साथ ही इन अंगों की दिमाग तक चेतना पहुंचाना भी निष्क्रिय यानि बंद हो जाता है| और इस बीमारी की वजह से अंगों का टेढापन, जिश्म में गरमी की कमी, और कुछ याद रखने की क्रिया भी खत्म हो जाती है। आयुर्वेद में लकवा (Paralysis) के प्रभाव को कम करने के अनेक उपचार एव उपाय दिए गए हैं।
लकवा (Paralysis) से बचने के आयुवेर्दिक उपचार :

1.    नाशपाती, सेब और अंगूर का रस बराबर मात्रा में एक ग्लिास में मिला लें। और इसे मरीज को लगातार देते रहें। कुछ समय तक यह उपाय हर रोज करना है तभी फायदा मिलेगा।
2.    सौंठ और उड़द को पानी में मिलाकर हल्की आंच में गरम करके मरीज को हर रोज पिलाने से लकवा ठीक हो जाता है।

3.   कुछ दिनों तो रोज छुहारों को दूध में भिगोकर मरीज को देते रहने से लकवा (Paralysis) धीरे धीरे ठीक होने लगता है।
4.    एक चम्मच काली मिर्च को पीसकर उसे तीन चम्मच देशी घी में मिलाकर लेप बना लें और लकवा (Paralysis) ग्रस्त अंगों पर इसकी हर रोज मालिश करें। एैसा करने से लकवा (Paralysis) ग्रस्त अंगों का रोग जल्द दूर हो जाएगा।
5.    करेले की सब्जी या करेले का रस को हर रोज  खाने अथवा पीने से लकवा (Paralysis) से प्रभावित अंगों में सुधार होने लगता है। यह उपाय रोज करना चाहिए।

6.    प्याज खाते रहने से और प्याज का रस का सेवन करते रहने से लकवा (Paralysis) मरीज जल्द ठीक हो जाता है।
7.    6-7 कली लहसुन को पीसकर उसे 1 चम्मच मक्खन में अच्छे से मिला लें और रोज इसका सेवन करें। लकवा (Paralysis) में बहुत लाभ मीलता है
8.    तुलसी के पत्तों, दही और सेंधा नमक को अच्छे से मिलाकर उसका लेप करने से भी लकावा जल्द ठीक हो जाता है। ये उपाय आपको लंबे समय तक करना होगा।
9.    गरम पानी में तुलसी के पत्तों को उबालें और उसका भाप लकवा (Paralysis) ग्रस्ति अंगों को लगातार देते रहने से लकवा (Paralysis) ठीक होने लगता है।
10.   500 ग्राम सरसों के तेल में 50 ग्राम लहसुन डालकर लोहे की कड़ाही में ठीक से पका लें। जब पानी जल जाए उसे ठंडा होने दें फिर इस तेल को छानकर किसी एक डिब्बे में रख लें। और इस तेल से लकवा (Paralysis) वाले अंगों पर हर दिन 2 बार मालिश करें।
लकवा (Paralysis) का सही समय पर इलाज न होने से मरीज  एक अपंग  की जिंदगी जीने को मजबूर हो जाता है या तो दुसरे पर निर्भर हो जाता है इसलिए समय से पहले लकवा (Paralysis) जैसे गंभीर बीमारी का इलाज  कराना बहुत जरूरी है। आयुवेर्दिक तरीकों से लकवा (Paralysis) पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। ये उपाय लंबे समय तक लगातार करने से ही आपको फायदा देगा । इसलिए आपको धैर्य रखना बहुत जरूरी है।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें